SHIV CHAISA - AN OVERVIEW

Shiv chaisa - An Overview

Shiv chaisa - An Overview

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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

Lord, once the ocean was churned and also the fatal poison emerged, out within your deep compassion for all, You drank the poison and saved the world from destruction. Your throat became blue, As a result You might be called Nilakantha.

ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी

मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

कहे अयोध्या Shiv chaisa आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ shiv chalisa lyricsl करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।

मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

नित्त नेम उठि प्रातः ही, पाठ करो चालीसा।

ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

शिव आरती

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